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नवरात्रि में हवन कब करना चाहिए?

नवरात्रि में हवन कब करना चाहिए हिंदू धर्म में नवरात्रि का पर्व बहुत ही महत्वपूर्ण है। इस दौरान मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। नवरात्रि के नौ दिनों में भक्तों को मां दुर्गा की कृपा प्राप्त करने के लिए कई तरह के अनुष्ठान और पूजा-पा

          नवरात्रि में हवन कब करना चाहिए हिंदू धर्म में नवरात्रि का पर्व बहुत ही महत्वपूर्ण है। इस दौरान मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। नवरात्रि के नौ दिनों में भक्तों को मां दुर्गा की कृपा प्राप्त करने के लिए कई तरह के अनुष्ठान और पूजा-पाठ किए जाते हैं। इनमें से एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान है हवन।

          हवन का हिंदू धर्म में बहुत ही महत्व है। माना जाता है कि हवन से मां दुर्गा की कृपा प्राप्त होती है और सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। नवरात्रि में हवन करने से साधक को मां दुर्गा के नौ रूपों की कृपा प्राप्त होती है।

नवरात्रि में हवन करने से निम्नलिखित लाभ प्राप्त होते हैं:
 
  • मां दुर्गा की कृपा प्राप्त होती है।
  • सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
  • पापों से मुक्ति मिलती है।
  • बुरी शक्तियों से रक्षा होती है।
  • स्वास्थ्य और धन में वृद्धि होती है।
  • जीवन में सुख और समृद्धि आती है।
  • नवरात्रि में हवन कब करना चाहिए?
          नवरात्रि में हवन करने का सबसे शुभ दिन अष्टमी और नवमी है। इन दोनों दिनों में मां दुर्गा की पूजा का विशेष महत्व होता है। अष्टमी और नवमी के दिन हवन करने से मां दुर्गा की कृपा जल्दी प्राप्त होती है।
 
          अष्टमी और नवमी के अलावा दशमी के दिन भी हवन किया जा सकता है। दशमी के दिन मां दुर्गा की पूजा का समापन होता है। इस दिन हवन करने से मां दुर्गा की कृपा से सभी बाधाओं से मुक्ति मिलती है।

नवरात्रि में हवन करने की विधि

नवरात्रि में हवन करने की विधि इस प्रकार है:
 
  • सबसे पहले हवन कुंड को विधिवत तरीके से तैयार करें।
  • हवन कुंड में गाय के गोबर या उपले रखें।
  • हवन कुंड में अग्नि प्रज्वलित करें।
  • हवन में आहुति डालने के लिए हवन सामग्री को तैयार करें।
  • हवन में आहुति डालते समय मंत्रों का उच्चारण करें।
  • नवरात्रि में हवन करने के लिए आवश्यक सामग्री

नवरात्रि में हवन करने के लिए निम्नलिखित सामग्री आवश्यक होती है:

  • हवन कुंड
  • गाय का गोबर या उपले
  • अग्नि
  • हवन सामग्री (धान, जौ, गेहूं, चावल, तिल, घी, आदि)
  • फूल
  • माला
  • धूप
  • दीप
  • मंत्र

नवरात्रि में हवन करने के नियम

नवरात्रि में हवन करने के कुछ नियम निम्नलिखित हैं:
 
  • हवन करते समय शुद्ध मन और पवित्र स्थान होना चाहिए।
  • हवन करते समय मां दुर्गा के मंत्रों का उच्चारण करना चाहिए।
  • हवन में केवल शुद्ध सामग्री का उपयोग करना चाहिए।
  • हवन करते समय ध्यान रखें कि अग्नि न बुझ जाए।

निष्कर्ष

          नवरात्रि में हवन करना एक बहुत ही महत्वपूर्ण अनुष्ठान है। हवन करने से मां दुर्गा की कृपा प्राप्त होती है और सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। इसलिए नवरात्रि में हवन करना न भूलें।

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