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नवरात्रि का तीसरा दिन: माता चंद्रघंटा की पूजा विधि, मंत्र, तिथि, रंग

Anuj Ranaware
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नवरात्रि के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा की जाती है। मां चंद्रघंटा को दुर्गा के नौ रूपों में से एक माना जाता है। इनका स्वरूप सौम्य और तेजवान है। इनके माथे पर घंटे के आकार का अर्धचंद्र सुशोभित है, इसलिए इन्हें चंद्रघंटा कहा जाता है। यह देवी दस हाथों से सुशोभित हैं और तलवार, त्रिशूल, धनुष, गदा एवं अन्य अस्त्र- शस्त्रों से विभूषित हैं।

माता चंद्रघंटा का रंग

माता चंद्रघंटा का रंग पीला या सुनहरा होता है। इनकी पूजा के समय इन्हीं रंगों का प्रयोग करना शुभ माना जाता है।

माता चंद्रघंटा का मंत्र

माता चंद्रघंटा के मंत्र का जाप करने से सभी प्रकार के कष्टों से मुक्ति मिलती है। मां चंद्रघंटा का मंत्र इस प्रकार है:या देवी सर्वभूतेषु मां चंद्रघंटा रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥

माता चंद्रघंटा की तिथि

चैत्र नवरात्रि के तीसरे दिन, 24 मार्च 2023 को मां चंद्रघंटा की पूजा की जाएगी।

माता चंद्रघंटा की पूजा विधि

माता चंद्रघंटा की पूजा विधि अन्य दुर्गा अवतारों की पूजा विधि के समान ही होती है। पूजा के समय निम्नलिखित सामग्री का प्रयोग करें:

  • कलश
  • गंगाजल
  • फूल
  • अक्षत
  • धूप
  • दीप
  • नैवेद्य
  • प्रसाद

पूजा विधि:

  1. सबसे पहले, कलश की स्थापना करें।
  2. फिर, गंगाजल से स्नान कराएं।
  3. इसके बाद, मां चंद्रघंटा की प्रतिमा को स्थापित करें।
  4. फिर, मां चंद्रघंटा के मंत्र का जाप करें।
  5. अंत में, मां चंद्रघंटा को नैवेद्य अर्पित करें और आरती करें।

माता चंद्रघंटा की पूजा के लाभ

माता चंद्रघंटा की पूजा करने से निम्नलिखित लाभ प्राप्त होते हैं:

  • सभी प्रकार के कष्टों से मुक्ति मिलती है।
  • मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
  • शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है।
  • बुद्धि और बल की वृद्धि होती है।

माता चंद्रघंटा की आरती

जय चंद्रघंता माता, जय चंद्रघंता माता। छोटे घंटे की तान, मंगल करती फिरे माता।

चंद्र की ज्योति तू है, तू ही शशिमति। तेरे चरणों में भक्त जन, शीश झुकाते हैं।

त्रिशूल हाथ में लिए हो, डमरू बजाते हो। सिंह पर सवार हो, दुष्टों का नाश करती हो।

संकट में जो तेरी शरण में आते हैं, उनका कल्याण तू ही करती हो।

तेरे भक्तों को कभी तू दुख नहीं देती, सबके मन की हर मुराद तू पूरी करती हो।

जय चंद्रघंटा माता, जय चंद्रघंटा माता। छोटे घंटे की तान, मंगल करती फिरे माता।

आशा है कि यह ब्लॉग आपको नवरात्रि के तीसरे दिन, माता चंद्रघंटा की पूजा विधि, मंत्र, तिथि, रंग आदि के बारे में जानकारी प्रदान करेगा।

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